FASCINATION ABOUT MALKIN KI MALISH

Fascination About malkin ki malish

Fascination About malkin ki malish

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डॉउन सिंड्रोम और सेरेब्रल पाल्सी जैसे रोगों से पीड़ित बच्चों के लक्षणों को कम करने में मालिश काफी प्रभावी होती है। मालिश समय से पहले पैदा हुए बच्चों में मांसपेशिय तालमेल को सही बनाने में सहायक होती है। इसके साथ ही समय से पहले पैदा होने वाले जिन बच्चों की नियमित मालिश होती है उनका वजन अन्य की तुलना में तेजी से बढ़ता है और उनको बार-बार अस्पताल भी नहीं जाना पड़ता। डिलीवरी के समय अवसाद से ग्रस्त महिलाओं के बच्चे मालिश के दौरान कम रोते हैं, लेकिन धीरे-धीरे उनकी भावनाओं में बढ़ोतरी होने लगती है।

बच्चों की तेल मालिश करना बहुत ही ज़्यादा ज़रूरी है। आयुर्वेद के अनुसार, यह सभी उम्र के स्वस्थ बच्चों के लिए ज़रूरी है। मालिश के लिए तेल का चयन काफी हद तक बच्चे की त्वचा टोन, सेहत और सामान्य स्वास्थ्य पर निर्भर करता है।

With numerous times and periods obtainable, there's a location that matches your schedule. God will probably do greater than we can easily inquire or envision, so don’t skip out!

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दिन की अच्‍छी शुरुआत के लिए आप सबुह के समय मालिश कर सकते हैं। वहीं रात को मसाज करने से बच्‍चे को अच्‍छी नींद आती है।

एक अध्ययन से पता चला है कि मालिश से बच्चे को जो स्पर्श महसूस होता है वह स्पर्श की भावना बच्चे के मानसिक और सामाजिक विकास पर सकारात्मक प्रभाव डालती है। read more इसके अलावा मालिश से माता-पिता के साथ बच्चे के रिश्ता मजबूत बनते हैं।

अपने घर के पर्दे बंद कर दें ताकि पड़ोसी मसाज करते हुए न देख पाए।

शिशु के पैरों की मालिश के बाद आपको उसके हाथों की मालिश करनी चाहिए। हाथों की मालिश का तरीका भी काफी हद तक पैरों की मालिश की तरह ही होता है। इसकी शुरुआत में आप बच्चे के हाथों को पकड़े और उसकी हेथलियों पर हल्के से हाथ को फेरें। इसके बाद धीरे-धीरे बच्चे की हथेलियों से उसकी उंगली के पोरों तक मालिश करें। (और पढ़ें - बॉडी मास इंडेक्‍स क्‍या है)

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कमरे का तापमान शरीर के तापमान के अनुसार ही रखें। यह सुनिश्चित करें कि सर्दियों के समय कमरा गर्म और गर्मियों के समय कमरा ठंडा हो। इसके अलावा कमरे में ताजा हवा भी आनी चाहिए। मालिश के समय शिशु जल्द गर्मी महसूस करते हैं और परेशान हो जाते हैं।

बच्चे को स्पर्श करना कई चीजों का प्रतीक होता है। स्पर्श के द्वारा ही बच्चे बाहरी दुनिया से जुड़ पाते हैं। शायद इसीलिए बच्चे परेशानी में अपने माता-पिता के साथ दुलार करना पसंद करते हैं। यदि स्पर्श के माध्यम से बच्चे को स्वस्थ और मजबूत बनाने का कोई तरीका है, तो वह सिर्फ मसाज है। मालिश करने से आपका बच्चे के साथ गहरा रिश्ता बनाता है। मसाज से कई फायदे होते हैं।

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मालिश आपके और बच्चे के बीच अच्छा रिश्ता बनाने व बच्चे के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। बच्चे की नियमित मालिश करें और इससे संबंधित कोई शंका हो तो आप अपने डॉक्टर से सलाह ले सकती हैं।

कलोंजी को पहले ग्राइन्डर में पीस लें। काफी आसानी से कलोंजी के बीज पिस जाते हैं।

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